एडा के विभिन्न संगठनों के द्वारा पटरी पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों की समस्याओं के समाधान हेतु 30.08.2019 से दिये जा रहे अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन का आज दिनांक 02.09.2019 को समापन हो गया है। धरने का नेतृत्व सीटू के जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा कर रहे थे। प्राधिकरण के अधिकारियों ने धरनारत संगठनों के प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता के दौरान नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी ओ.एस.डी. श्री एम0पी0 सिंह व अन्य अधिकारी एवं एल0आई0यू0 के अधिकारी उपस्थित रहे। वार्ता के दौरान ओ0एस0डी0 ने कहा कि वह लिखित रूप में देंगे जो कागज बनेगा वह कल दिनांक 03.09.2019 को मिल जाएगा समझौता हुआ है कि वेंडर जोन की योजना के आधार पर प्राधिकरण अमल करेगा। पटरी के सभी दुकानदारों का सर्वे किया जायेगा व पंजीकरण कर उन्हें आई कार्ड दिया जायेगा तथा अब कोई तोड़-फोड़ नहीं की जायेेगी। पटरी के दुकानदारों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया जायेगा तथा वेंडर जोन की कमेटी में भी बदलाव करके पटरी की सभी यूनियनों के पदाधिकारियों को रखा जायेगा और जो पटरी के दुकानदार अपना आवेदन नहीं कर पाये हैं वह आवेदन कर दें जिसके लिए फार्म प्राधिकरण से निशुल्क दिया जायेगा।प्राधिकरण के उक्त आश्वासन के आधार पर धरना का समापन हुआ। आन्दोलनकारियों ने ऐलान किया कि यदि प्राधिकरण ने अपने वादे पर अमल नहीं किया तो वे रविवार 8 सितम्बर, 2019 को शिमला पार्क सैक्टर-12 नोएडा पर दोपहर 12.00 बजे आम सभा कर फिर से नोएउा प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन करने का समय निश्चित कर घेेराव शुरू कर देंगे। आन्दोलनकारियों ने आज के निर्णय को एकता और एकजुट संघर्ष की जीत बताया और आन्दोलन में शामिल हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। वा" alt="" aria-hidden="true" />
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र्ता के दौरान गंगेश्वर दत्त शर्मा, ब्रह्मपाल सिंह, अमर सिंह परिहार, रवीन्द्र साह, बटेश्वर मिश्रा चुन, चुनचुन पाण्डेय, नन्द लाल गुर्जर, राधेश्याम, रामदेव यादव, पूनम, रामदीप, मोहम्मद साहिद, हरेराम दास, सोनू कुमार, मन्दु कुमार, कमल, कैलास चन्द, स्वामी दीन, ओम नारायण, सरोज गुप्ता, महेन्द्र रावत, आदि उपस्थित रहे। एवं धरना स्थल पर उक्त प्रतिनिधियों के अलावा, मनोज कुमार, भरत डेन्जर, नरेन्द्र पाण्डेय, संजीव प्रसाद, राम स्वारथ, धर्मेन्द्र प्रधान, वीरेन्द्र भाटी, सियाराम, अन्नु गुप्ता व मुनीम आदि सभी लोगों के साथ लगभग 8 हजार पटरी के दुकानदार उपस्थित थे।
पथ विक्रेताओं का संघर्ष रंग लाया प्राधिकरण ने आन्दोलनकारियों की मांगों को माना